कुशीनगर जिले में पुलिस ने एक गांव में अवैध पटाखा निर्माण के काले कारोबार का पर्दाफाश किया है।
कसया थाना क्षेत्र के पिपरा झाम गांव के छेरिहवा टोला में एक व्यक्ति के घर के बाहर 14 बोरी अवैध पटाखे मिले, जबकि गांव के दूसरे हिस्से से दो बोरी किताबें बरामद की गईं। पुलिस का मानना है कि इन किताबों के पन्नों का इस्तेमाल पटाखे बनाने में किया जाता था।
इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।पुलिस को सूचना मिली कि छेरिहवा टोला में एक घर के बाहर संदिग्ध बोरे पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि घर का दरवाजा बाहर से बंद था और कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था।
जांच में 14 बोरियों में भारी मात्रा में अवैध पटाखे भरे हुए थे। आगे की तलाशी में गांव के दूसरे टोले से दो बोरी किताबें मिलीं, जो सरकारी किताबें प्रतीत होती हैं। अधिकारियों के अनुसार, इन किताबों के पन्नों को पटाखे बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो एक गंभीर अपराध है।कुशीनगर पुलिस ने पटाखों और किताबों को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गांव में कई जगहों पर अवैध पटाखा निर्माण का कारोबार चल रहा है, खासकर त्योहारों के मौसम से पहले। पुलिस ने घर के मालिक और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है, गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व जिले में एक अवैध पटाखा बनाने की फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था जिसमें कई लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी।