कुशीनगर (प्रभात):पिछलें माँह के 2 अक्टूबर को हुई मेडिकल स्टोर संचालक ब्रिजेश तिवारी की हत्याकांड का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया इस मामले 2 लोगो की गिरफ़्तारी हुई है वहीं दो लोंग अभी फ़रार है जिनकी तलास पुलिस कर रही है एसपी ने प्रेस कांफ्रेस कर हत्याकांड के पीछे के सभी साजिस के बारे में बताया.
उन्होंने बताया की पडरौना कोतवाली के भिसवा सरकारी निवासी मंतोष गोंड व कप्तानगंज थाने के बेलभद्र छपरा निवासी विजय जायसवाल को कोतवाली क्षेत्र के भटवलिया शिवमंदिर के समीप से पुलिस ने गिरफ्तार किया उनके पास से पुलिस को एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक विक्रांता मोटरसाइकिल, 10 हजार रुपए नगद व दो मोबाइल मिले है.
पुलिस को पूछ-ताछ में गिरफ्तार आरोपित मंतोष गोंड ने बताया कि दवा व्यवसायी बृजेश तिवारी उसे और उसके पिता जयराम को अक्सर परेशान करता था, उसके चलते जिला मुख्यालय पर चलने वाली मेडिकल स्टोर को बंद करना पड़ा. वह अक्सर हमें नीचा दिखाने का प्रयास करता था. जिससे अजीज आकरर उसे रास्ते से हटाने के लिए सुपारी देकर हत्या करा दी.
एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि मंतोष गोंड ने दवा व्यवसायी बृजेश तिवारी की हत्या के लिए डेढ लाख रुपए में सुपारी दी थी, मंतोष ने बताया की छह माह पूर्व गांव के रुपक राय के साथ मिलकर बृजेश को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई थी. रुपक राय ने एक माह पूर्व देवरिया में मिले विजय जायसवाल निवासी बेलभद्र व जितेंद्र यादव निवासी साऊखोर थाना बेलघाट से गोरखपुर में भेंट कराई, जहां पर हत्या के लिए डेढ लाख रुपए में सौदा तय होने पर एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपए तीनों को देकर शेष रुपए काम होने के बाद देने के लिए तय हुआ.
वहीं हत्या के लिये हमलावर लगातार ब्रिजेश की निगरानी कर रहे थे तथा जिसमे चौथी दफ़ा उनको गोली मारकर हत्या करने में पडरौना जाते वक्त सौहरौना नहर पर कामयाब हो गये.
वहीं हत्याकांड का ख़ुलासा करने व गिरफ्तार करने वाली टीम को एसपी यमुना प्रसाद ने को नकद 5000 रूपए से पुरस्कृत किया.