पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब मलिक ने टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया से मिली एक और हार के बाद कहा कि दोनों टीमों के बीच विराट कोहली ही सबसे बड़ा अंतर साबित हुए।
लेकिन शोएब मलिक की यह बात सिर्फ कोलकाता में हुए मैच पर ही नहीं बल्कि विराट के भारतीय टीम में आने के बाद से हर मैच पर फिट होती है। विराट का रिकॉर्ड इस बात की गवाही देता है।
पाकिस्तान के खिलाफ़ छह टी20 मैचों में विराट ने 254 रन 84.66 के औसत से बनाए हैं, 118.69 स्ट्राइक रेट के साथ..78* उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है, वहीं पाकिस्तान के ही खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 4 मैचों में 218 रन, 218 के ही औसत से बनाए हैं (वह महज एक बार एशिया कप में आउट हुए, जब पिछले महीने उन्होंने मुश्किल पिच पर 49 रनों की पारी खेल मैच जितवाया)
पाकिस्तान के खिलाफ रन बनाने की तो विराट की कुछ खास चाहत है, लेकिन वह बाकी टीमों को भी नहीं छोड़ते। टी-20 मैचों में लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट 83.60 की औसत से रन बनाते हैं। 18 मैचों में 836 रन, 9 अर्धशतक की मदद से बनाए हैं और 8 बार नॉट आउट रहे हैं।
वहीं सफल रन चेज़ में विराट का औसत 109.16 का हो जाता है। उन्होंने 14 पारियां खेलीं और लक्ष्य का पीछा करते हुए 655 रन बनाए, 8 नॉट आउट, 7 फिफ्टी इसमें शामिल हैं।
पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब मलिक विराट की तारीफ में कहते हैं कि विराट खुद पर बहुत भरोसा करते हैं और यही सबसे बड़ी बात है। वह हालात का सही आकलन करते हैं और उन्हें पता है कि मुश्किल पिचों पर और फ्लैट पिचों पर कैसे बल्लेबाजी करनी है। यही वजह है कि वह निरंतर हैं और आप खुद अपने सबसे बेहतर कोच होते हैं और मुझे लगता है कि हमारे बल्लेबाजों को भी यही करने की जरूरत है।
विराट के ‘विराट’ रिकॉर्ड
- विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में अपना तीसरा मैन ऑफ द मैच खिताब जीता और इस मामले में उन्होंने सचिन तेंदुलकर की बराबरी की।
- पाकिस्तान के खिलाफ 11 विश्व कप और वर्ल्ड टी-20 जीत में दोनों ने 3-3 मैन ऑफ द मैच खिताब जीते हैं
- विराट के नाम अब 14 अर्धशतक हैं, जो इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा हैं।
- विराट का औसत 53.55 का है, जो 500 से ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सबसे ऊपर है। (40 मैच, 1446 रन, 90* सर्वश्रेष्ठ, 53.55 औसत, 132.41 स्ट्राइक रेट, 100/50 – 0/14)
विराट हर मैच को चुनौती की तरह लेते हैं : धोनी
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विराट के लिए कहते हैं कि मुझे लगता है विराट की सबसे अच्छी बात यह है कि वह हर मैच को एक चुनौती की तरह लेते हैं। वह खुद में निरंतर सुधार करते रहना चाहते हैं और हर मैच में योगदान देना चाहते हैं। रन बनाना चाहते हैं तो वह तैयारी बेहतर करते हैं। वह अपनी फिटनेस का ध्यान रखते हैं। वे जानते हैं और अब समझते हैं कि अलग पिचों पर किस तरह से बल्लेबाजी की जाती है और हम जानते हैं कि एक बार उन्हें शुरुआत मिल जाए तो वह उसे लंबी पारी में तब्दील करते हैं।
पर यह पारी भारतीय टीम के लिए जहां खुशियां लेकर आई है तो एक चिंता भी है। चिंता यह कि क्या भारतीय टीम मुश्किल पिचों पर जीत के लिए सिर्फ विराट पर ही निर्भर हो गई है? लेकिन खैर जो भी हो फिलहाल टीम जीत रही है और विराट और ज्यादा विराट हो रहे हैं, जो भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी खबर है।