कुशीनगर : बरवापट्टी थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति को अपनी नाबालिग पुत्री के साथ छेड़खानी किए जाने की शिकायत पुलिस से किया जाना उल्टा पड़ गया। पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा पीड़ित को ही शांति भंग की अंदेशा में जेल भेज दिया। उक्त एक दलित व्यक्ति द्वारा पुलिस को एक तहरीर सौंपी थी कि गत 27 अप्रैल को सायं उसकी 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री गांव के ही एक किराने की दुकान से सामान खरीदने गई थी। वापस लौट रही थी कि दो युवक उससे छेड़खानी करने लगे। लड़की ने जब विरोध किया तो कपड़ा फाड़ने की धमकी भी दिए। लड़की ने घर आकर आपबीती मां को बताई। पिता पुत्री को लेकर आरोपियों के घर शिकायत करने गए तो आरोपी युवकों व उनके परिजनों ने पीड़ित को बुरी तरह पीट दिया। आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एक सप्ताह से थाने का चक्कर लगा रहे पीड़ित को ही पुलिस द्वारा गुरुवार को जेल भेज दिए जाने की खबर आम है।लोगो का कहना है की पुलिस इस तरह की करवाई कर शिकायत कर्ता को डरा रही है वही आरोपिओ पर कुछ नहीं कर रही ।