कुशीनगर : तरयासुजान थाना क्षेत्र के तरया लच्छीराम गांव निवासी साधू गोड़ के घर में शनिवार की रात गेहुंअन सर्प के बच्चों के निकलने का शुरू हुआ सिलसिला सोमवार को दोपहर तक जारी रहा। इस दौरान सांप के एक सौ बच्चे निकले। 25 को तो ग्रामीणों ने मार दिया। बाकी को एक संपेरा पकड़कर ले गया। सपेरा ने इसे गेहुंअन सांप का बच्चा बताया है, जो काफी बिषैले होते हैं।साधू का दो कमरे का कच्चा मकान है। शनिवार की रात एक कमरे में सांप का एक बच्चा दिखाई दिया तो साधू ने उसे डंडे से मौत के घाट उतार दिया। इसी तरह रविवार को दोपहर में भी सांप का एक बच्चा निकला तो उसे भी मार दिया गया। फिर रात में भी जब सांप का बच्चा निकला तो उसे चिंता हुई। उसने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। पड़ोसी उसके घर पहुंचे तब तक सांप का एक और बच्चा निकल आया। इस तरह कुछ देरी बाद सांप के बच्चे निकलते रहे और ग्रामीण उसे लाठी से पीटकर मारते रहे। उस रात साधू का परिवार और पड़ोसी जागकर बिताए। शनिवार से लेकर सोमवार की सुबह तक सांप के कुल 25 बच्चे मारे गए। सोमवार को ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे एक सपेरे ने सांप के 75 बच्चों को साधू के घर से निकाला और सभी को साथ लेकर चला गया। वह मादा सांप की भी काफी देर तक तलाश किया पर वह नहीं मिला।कच्ची दीवार से निकले सांप।
सौ०- दैनिक जागरण,कुशीनगर