कुशीनगर : एटीएस ने अवैध एक्सचेंज संचालित करने वालों को सिम बॉक्स से लेकर नेट कॉलिंग कार्ड व अन्य उपकरण उपलब्ध कराने वाले गिरोह के सरगना राम प्रताप सिंह को कुशीनगर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पांच साथियों को भी पकड़ा है.
दैनिक जागरण में आये ख़बर के अनुसार गिरोह वेबसाइट के जरिये नेट कॉलिंग कार्ड व अन्य उपकरणों का धंधा कर रहा था. राम प्रताप का मुख्य सर्वर विदेश में है। उसके पास 19 गेटवे आइपी थे, जिनके जरिये कॉलिंग कार्ड बेचकर लोकल उपभोक्ता बनाए जा रहे थे. वह दो साल में इस धंधे से करीब 33 लाख रुपये कमा चुका था.
एटीएस ने कुशीनगर के अहिरौली क्षेत्र निवासी राम प्रताप सिंह, विजय शर्मा, राम सिंगार सिंह, संतोष सिंह, हरिकेश बहादुर सिंह व बृजेश पटेल को गिरफ्तार किया गया है उनके पास से सात लैपटॉप, मोबाइल फोन, बिल बुक व अन्य दस्तावेज मिले हैं.इस गिरोह का सरगना राम प्रताप दुबई में रह चुका है। राम प्रताप तिनहवा बाजार, कुशीनगर रोड पर आरएन ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड नाम से संस्था चला रहा था और उसके जरिये वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल डायलर का काम कर रहा था.
पिछलें दिनों एटीएस ने इंटरनेट गेटवे का बाइपास कर अवैध एक्सचेंज संचालित करने वाले गिरोह के 27 लोगो को पकड़ा था परन्तु इनके सिम बॉक्स में ट्राफिक कहा से आ रहा इसकी जाँच कर रही थी जिसमे एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है.
कैसे करता था काम : सरगना रामप्रताप अपने बनाये ग्राहकों से मोटी रकम लेकर उनके स्मार्ट फोन में एक ऐप अपलोड करता था, जिसके जरिये विदेश में कॉल की जा रही थी. वहीं विदेश में सक्रिय गिरोह इसी तरह भारत में कॉल कर रहे थे जो सरकार के राजस्व का नुकसान कर ही रहे थे राष्टीय सुरछा के लिये बड़ा खतरा था जो कॉल ट्रैक करना मुश्किल होता है.