कुशीनगर, उत्तर प्रदेश: प्रयागराज उच्च न्यायालय के एक महत्वपूर्ण आदेश के बाद कुशीनगर बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 प्राथमिक शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है। इस कार्रवाई से पूरे शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है।
ये सभी शिक्षक 2019 में हुई 69 हजार प्राथमिक शिक्षक भर्ती में चयनित होकर अपनी सेवाएं दे रहे थे।प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन शिक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने चयन प्रक्रिया के दौरान मेरिट सूची में अपनी जगह बनाने के लिए अपने मूल दस्तावेजों में हेरफेर की थी।
यह गंभीर अनियमितता जांच में सामने आई, जिसके बाद उच्च न्यायालय ने सख्त रुख अपनाया और विभाग को इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए की गई है।
दस्तावेजों में हेरफेर का यह मामला भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है।20 शिक्षकों की सेवा समाप्ति के बाद अब शिक्षा विभाग में अन्य कई शिक्षकों पर भी जांच की तलवार लटक गई है।
सूत्रों के मुताबिक, ऐसे कई और मामले विचाराधीन हैं जिनकी जांच चल रही है और आने वाले समय में और भी शिक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है।