कुशीनगर : जिले के लिए बड़ी खुशखबरी है। लोगों को बिहार जाने का रास्ता सुलभ होगा तो वाहनें फर्राटा भरते गंतव्य को पहुंच सकेंगी तो तो जाम की समस्या भी सामने नहीं आएगी। जी हां हम बात कर रहे हैं पडरौना -तमकुही मार्ग की। इस 33 किमी की दूरी को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में तब्दील करने की हरी झंडी केंद्र से मिल गई है। इसको लेकर डीपीआर मतलब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर कार्य भी शुरू हो गया है। इसके तैयार होते ही सड़क निर्माण का कार्य गति पकड़ लेगा। सड़क निर्माण के बाद जहां पडरौना से तमकुही की दूरी कम हो जाएगी, वहीं राह आसान हो जाएगी। सड़क निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च होंगे। पडरौना-कुबेरस्थान-तुर्कपट्टी होते हुए तमकुही पहुंचने के इस मार्ग के निर्माण के लिए दो वर्ष पूर्व तत्कालीन डीएम लोकेश एम ने केंद्र सरकार को मार्ग को एनएच में तब्दील करने का प्रस्ताव भेजा था। इधर एनएचआइ के प्रभारी अधिकारी प्रेम प्रकाश की पहल पर केंद्र सरकार ने इसकी स्वीकृत दे दी है। इसकी उन्होंने बातचीत में पुष्टि भी की है। डीपीआर मिलते ही केंद्र सरकार द्वारा धन अवमुक्त कर दिया जाएगा। पडरौना के छावनी मोहल्ले से यह एनएच कुबेरस्थान से सीधे तुर्कपट्टी में मिलेगी, जहां सीधे तमकुही जाकर फोरलेन से जुड़ेगी। इस एनएच के बनने से यूपी से बिहार जाने का रास्ता आसान तो होगा ही, वाहनों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। इससे समय भी कम लगेगा। पहले इस मार्ग पर यात्रा करने वाले को 33 किमी की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटा का लगता था। इसकी वजह से लोगों को या तो पडरौना से गोड़रिया होते दुदही से सेवरही से फोर लेन पर जाना पड़ता था अथवा कसया से फोरलेन पकड़ बिहार जाना पड़ता था। इसमें समय की बर्बादी के साथ आर्थिक क्षति भी होता था। अब इससे बचा जा सकेगा। यही नहीं राह आसान होने पर व्यापार के साथ लोगों का आना-जाना भी आसान होगा।
सौ0- गोरखपुर टाइम्स