कुशीनगर : गुरुवार को फाजिलनगर कस्बे में वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर चलाने वाले अब्दुल क्यूम द्वारा पटहेरवा थाना में अपने आप ड्राइवर पर 2 लाख रुपये लेकर भागने का तहरीर दिया था।जिसकी जांच पुलिस टीम कर रही थी।
वही तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के किशुनदास पट्टी गांव निवासी ड्राइवर जहांगीर पुत्र मुर्तुजा अंसारी ने साजिश रच अपने अन्य दो साथियों के साथ पैसे लेकर भागने की योजना बना ली थी।तथा जिस कार में सवार होकर पैसे लेकर गया था।
उसे हाइवे किनारे खड़ा कर अपने आप को बदमाशों द्वरा पैसे लुटे जाने और अपने आप को बंधक बनाने का कहानी बना दिया।यही बात पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर बतायी।
परन्तु इसने पैसे की रकम 5 लाख बताया वही वेस्टर्न यूनियन संचालक ने 2 लाख की, पैसे के आंकड़े में अंतर होने पर जब सख्ती से पूछताछ हुई तो मामला और भी बड़ा हो गया, यहाँ अब जो सामने आया उससे पुलिस भी हैरान हो गयी।
अब को खुलासा हुआ उसमे 2 लाख नही 5 लाख नही बल्कि पूरे 22 लाख रुपये का मामला सामने आया।और बड़ी साजिश का भी।जहाँ ड्राइवर ने कबुल किया कि 22 लाख रुपये देख नियत बदल गया अपने दो साथियों अरमान अंसारी पुत्र फुलमान अंसारी निवासी किशुनदास पट्टी व सज्जाद अली पुत्र वकील निवासी फाजिलनगर के साथ मिलकर रुपये लूटने की योजना बनाई थी।
इन लोगों ने 10 लाख 50 हजार रुपयों को किशुनदास पट्टी स्थित अरमान अंसारी के घर के सामने बने शौचालय की टंकी में गत्ता व प्लास्टिक कवर बनाकर छिपा दिया गया था।
शेष ढाई लाख रुपये लेकर निकल गए थे। इसमें से एक लाख 61 हजार रुपये सज्जाद अली के पास थे। जबकि जहांगीर ने 62900 रुपये का मोबाइल खरीद लिया था। पुलिस ने 21 लाख 11 हजार रुपये नकदी व 62900 रुपये का मोबाइल बरामद कर लिया है। तीनों को जेल भेज दिया गया है।
वही अभी साफ नही हुआ है कि वेस्टर्न संचालक ने लूट की रकम 2 लाख ही क्यों बतायी थी जबकि पुलिस 22 लाख की बरामदगी दिखायी।औऱ इतना पैसे का इसका श्रोत्र क्या है इसका जबाब मिलना बाकी है।जिसकी जांच के लिये पुलिस ने आयकर विभाग से संपर्क किया है।