कुशीनगर :कोरोना काल मे लॉकडाउन के कारण कई महीनों से बंद रहे काम धंधे ने सबको आर्थिक रूप से प्रभावित किया है।
वही शिक्षा की बात करे तो स्कूल भी बंद चल रहे है,जिसके विकल्प स्वरूप कई स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई का माध्यम शुरू किया।
चूंकि कई महीनों से कार्य बंद रहे तो अभिभावक भी अपनी आर्थिक स्थिति देखते हुये स्कूलों से फ़ीस में रियायत या माफ़ करने की मांग कर रहे।
परन्तु ख़ासकर नामी व महंगे स्कूल इस पर ध्यान नही दे रहे, और मार्च से जुलाई तक पूरी फ़ीस की मांग कर रहे देरी पर फाइन लगाने की धमकी दी जा रही है।
जिससे अभिभावकों में नाराजगी है वही इन स्कूलों के टीचर भी स्कूल प्रबंधन के परेशान है।लॉकडाउन में बच्चों को ऑनलाइन क्लास लेने के बावजूद और अभिभावकों से फ़ीस वसूलने के बावजूद
उनकी सैलेरी नही मिल रही या तो आधी कटौती कर दिया जा रहा है, जिससे यह भी दुःखी है।
ऐसे में सरकार या प्रशासन को इस बारे में जरूर सोचना चाहिये, जिससे लोगों को राहत मिले।