कुशीनगर : जेल जाने के लगभग एक माह बाद विधायक रामानंद बौद्ध ने अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ व विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए विवेकानंद शरण त्रिपाठी की
अदालत में जमानत के लिये गुहार लगायी परन्तु कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी।जिसके बाद उन्हें पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया,
क्या है मामला- अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी नवरंग सिंह देवरिया जेल में बंद थे, जिनकी अफवाह उड़ी की जेल में उनकी मौत हो गयी, जिसके बाद विधायक पर आरोप है कि गांव के चौराहे पर लोगों के साथ जाम लगाकर बैठ गये व तथा गांव के ही संतोष पाण्डेय के मकान में आग लगाने व लूटने का आरोप है।
संतोष पाण्डेय की तहरीर पर श्री बौद्ध सहित 50 से अधिक लोग नामजद व अज्ञात के खिलाफ़ लूट व घर फूंकने सहित कई मामले दर्ज है।
इसी मामले विधायक रामानंद बौद्ध 25 सितम्बर से जेल में बंद है।