कुशीनगर : पडरौना कोतवाली क्षेत्र के गांव रामपुर के नाबालिग दो बच्चे मनीष(13) व मुस्कान(9) ने सोमवार को प्रभारी निरीक्षक के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर अपने पड़ोसियों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग की।
पूरा मामला जानने पर प्रभारी निरीक्षक ने कार्यवाही के लिये पुलिस बल भेजा, साथ ही दोनों बच्चों की मदद करते हुये नगद रुपये दिये तथा जल्द राशन उपलब्ध कराने को बात कही।
मामला क्या है – इन दोनों बच्चों की कहानी बहुत ही कष्टदायक है।इनके माता पिता जिंदा होते हुये भी यह अनाथ बन गये है।
वही इनके नाबालिग होने के फायदा इनके पड़ोसी उठाकर इन्हें घर से बेघर करने का लगातार प्रयास करते है।जिसमे वह कुछ हद तक कामयाब हो भी गये है।
दरअसल इन बच्चों की मां कुछ वर्ष पहले घर छोड़ दूसरे आदमी के साथ चली गयी।वही पिता ने एक साल पहले वह भी बिहार में दूसरी शादी कर ली।
तब से बच्चों पर आफत टूट पड़ी इन दोनों की पढ़ाई छूट गयी, घर का खर्च चलाने के लिये मनीष ने आस पास में काम करना शुरू करना पड़ा।
बीच-बीच मे इनके पिता ने साथ रहकर मदद किया जिससे इन्हें राहत जरूर मिलता है।
चुकी यह बच्चें अपने मां के मायके में ही रहते है इनके नानी के नाम से आवास मिला है।जिससे यह रहते है परन्तु अब इन्ही घरों में इनके पड़ोसी मामा बुधु ने मकान कब्जा करने के नियत और बच्चों के नाना श्रवण के सेवा के नाम पर घर मे घुस एक कमरे पर कब्जा कर लिया है।
तथा इस घर मे रह रहे नाबालिग बच्चों को डरा धमकाकर,घर मे अपने हिसाब से तोड़ फोड़ कर घर से बेघर करने का प्रयास करते है।
जिस पर यह बच्चे अपनी सुरक्षा व घर मे कब्जा किये पड़ोसियों के खिलाफ़ प्रभारी निरीक्षक से गुहार लगाई थी जिसके बाद इनके व्यथा सुन प्रभारी निरीक्षक ने 500 रुपये आर्थिक मदद के साथ राशन भेजवाने का आश्वासन दिया।