कुशीनगर:निर्माण के बाद कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रथम चरण में पांच देशों से सीधी उड़ान सेवा प्रस्तावित है। धार्मिक पर्यटन के नजरिए से कुशीनगर आने वाले सर्वाधिक बौद्ध सैलानी श्रीलंका, थाईलैंड, सिंगापुर, जापान व म्यांमार से भारत के लिए उड़ान भरते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने इन पांच देशों से सीधी उड़ान करने की योजना बनाई है। बैंकाक एयरपोर्ट से कुशीनगर के लिए उड़ान शुरू होने से थाईलैंड के यात्री कोलकाता या बोधगया न आकर सीधे कुशीनगर आ सकेंगे। श्रीलंका के भंडारनायके एयरपोर्ट के जुड़ने से श्रीलंकाई यात्रियों को कुशीनगर आने में सुगमता होगी। सिंगापुर का चांगी हवाई अड्डा सिंगापुर के बौद्धों के साथ-साथ कोरिया के यात्रियों को भी कुशीनगर लाने में सहायक साबित होगा। जापान का टोक्यो एयरपोर्ट व म्यांमार का यांगून एयरपोर्ट क्रमश: जापानी व बर्मी सैलानियों को कुशीनगर से सीधे जोड़ देगा। वर्तमान में कुशीनगर में आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या 65 हजार के आंकड़े को पार कर रही है। आने वाले विदेशी सैलानियों का सर्वाधिक हिस्सा श्रीलंका, थाईलैंड, बर्मा व कोरिया का है। बाकी जापान, चीन आदि बौद्ध देशों के अलावा यूरोप व यूएसए के सैलानी हैं। हालांकि जापान से आने वाले सैलानियों की संख्या काफी कम है। सीधी उड़ान सेवा होने से सरकार को जापानी सैलानियों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। कारण की बहुतायत जापानी सैलानी कुशीनगर आना तो चाहते हैं पर लंबी दूरी की बाधा एक बड़ी वजह है। यूपी पर्यटन के उप निदेशक पीके सिंह कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के पीछे बौद्ध सैलानी एक बड़ी संख्या को वजह मानते हैं, कारण कि कुशीनगर की स्थिति बौद्धों अनुयायियों में मक्का से कम नहीं है। इसलिए सीधी उड़ान सेवा के प्रस्ताव स्वाभाविक है।
सौ० दैनिक जागरण ,कुशीनगर