कुशीनगर (प्रभात):गुरुवार को हाटा तहसील के सुबुधिया गाँव में हियुवा की पहल पर जिला पुलिस, प्रशासन ने विकल्प कार्यक्रम के दौरान माध्यम से गाँव में कुटीर उधोग की माध्यम से लोगो के आर्थिक हालत,सहित सामाजिक स्तर सुधारने तथा कच्ची शराब बनाने का कार्य छोड़ने को कहा.
अगर आपको यह पूरा मामला समझ नहीं आ रहा है तो हम पुरे विस्तार से आपको बताते है दरअसल हाटा तहसील का सुबुधिया गाँव जो कच्ची शराब बनाने को लेकर बदनाम है यहाँ के लोगो ने इसे कुटीर उधोग के रूप में इसे अपना लिया है जिससे वहा के लगभग 50% से अधिक की आबादी कच्ची शराब बनाने में लग गयी है जिसके कारण वहा का सामाजिक माहोल पूरी तरह बदल गया है.
बच्चे शिक्षा से दूर हो रहे तो सैकड़ो लोग शराब पिने से मौत हो गयी,जिस कारण कोई इस गाँव में अपनी लडकियों की व्याह करना नहीं चाहता.पुलिस अगर कारवाही करती है तो दूसरा रोजगार का साधन नहीं होने का हवाला देकर चलते बनते है.
इस लिये हियुवा ने जिला प्रशासन से अनुरोध कर उन्हें रोजगार का अन्य विकल्प करने को लेकर कारवाही करने के लिये विकल्प एक नई उमीद की कार्यक्रम का आयोजन किया था.
जहां डीएम,एसपी,कई बैंको के अधिकारी शामिल हुये जहा हाटा तहसील के सुबुधिया गाँव में सरकार की विभन्न योजनाओ के तहत कार्य करने को प्रेरित किया,डीएम आन्द्रा वामसी ने कहा कि कच्ची शराब बनाना व बेचना अपराध है, इससे न तो गांव का भला होगा और न ही धंधे में लगे लोगो का एसपी यमुना प्रसाद ने कहा की कच्ची शराब का कारोबार सामाजिक स्तर गिरने के साथ ही आगे बढ़ने के रास्ते भी बंद होने लगते हैं.
अधिकारिओ ने नाबार्ड एवं बैंकर्स के जरिए गांव के रोजगार करने के इच्छुक लोगों को ऋण दिलाने का भरोसा दिलाया, साथ ही मुर्गी पालन, बकरी पालन, डेयरी, मशरूम आदि का कारोबार मोमबत्ती उद्योग सहित कई छोटे उद्योगों करने के लिये प्रेरित किया.